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RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक गुरुवार करेगा मौद्रिक नीति की घोषणा, बेमौसम की बारिश फेर सकती है सस्ते कर्ज पर पानी

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वित्त वर्ष 2022-23 में आरबीआई ने छह बार में रेपो रेट में वृद्धि कर चुका है। पिछले साल मई से लेकर रेपो रेट में ढ़ाई फीसदी की वृद्धि हो चुकी है।

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास गुरुवार को वित्त वर्ष 2023-24 की पहली मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करने जा रहे हैं। इसे देखते हुए होम लोन या कर्ज लोन के बोझ तले दबे लाखों लोगों की निगाहें भी शक्तिकांत दास की ओर हैं। बढ़ती महंगाई और घटती ग्रोथ रेट को देखते हुए रिजर्व बैंक गवर्नर पर एक बार फिर ब्याज दर बढ़ाने का दबाव होगा। इसके अलावा ब्याज दरों पर फैसला लेते समय आरबीआई की नजर मार्च और अप्रैल में हुई बेमौसम की बारिश के अलावा कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि पर भी होगी। 

बता दें कि वित्त वर्ष 2022-23 में आरबीआई ने छह बार में रेपो रेट में वृद्धि कर चुका है।  पिछले साल मई से लेकर रेपो रेट में ढ़ाई फीसदी की वृद्धि हो चुकी है। इसके साथ ही बीते ढाई साल से 4 फीसदी पर टिकी रेपो रेट जनवरी 2023 तक बढ़कर 6.50 फीसदी हो चुकी है। इसका असर होम और कार लोन पर भी पड़ा है। इसकी दरें अब डबल डिजिट में आ चुकी हैं। 

महंगाई और ग्रोथ की चिंता 

फरवरी 2023 में आए खुदरा महंगाई के आंकड़ों ने एक इशारा कर दिया है कि आरबीआई ब्याज दरों में वृद्धि करेगा। बीते महीने खुदरा महंगाई दर 6.44 फीसदी रही है जो आरबीआई की सहनीय सीमा 6 फीसदी ज्यादा है। महंगाई को थामने के लिए रिजर्व बैंक ब्याज दरें तो बढ़ा रहा है लेकिन इसका असर ग्रोथ पर भी पड़ रहा है। महंगे कर्ज की वजह से उत्पादन गतिविधियां प्रभावित हो रही है। 

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई चिंता 

मार्च के शुरुआती दिनों में तेज गर्मी ने गेहूं के उत्पादन में कमी को लेकर आशंकाएं पैदा कर दी थीं। बारिश ने बढ़ते पारे को जरूर थामा, लेकिन देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश से खड़ी फसल चौपट हो गई। गेहूं को लेकर आशंकाओं के बीच मौसम विभाग ने एलनिनो के प्रभाव को लेकर आशंका व्यक्त की है। इसके चलते आने वाले खरीफ सीजन में धान की फसल पर भी प्रभाव पड़ सकता है। अगर ऐसा रहा तो खाने की थाली की महंगाई और भी भड़क सकती है।

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फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल शुरू करेंगे एआई सर्विस स्टार्टअप, ऐसे चल रही तैयारी

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बंसल 2018 में अपने पहले स्टार्टअप ई-कॉमर्स यूनिकॉर्न फ्लिपकार्ट को 16 अरब डॉलर में वॉलमार्ट को बेचने के बाद सिंगापुर चले गए थे। फ्लिपकार्ट से बाहर निकलने के बाद बंसल ने एसएएएस आधारित कंसल्टेंसी स्टार्टअप एक्सटू10एक्स टेक्नोलॉजीज की स्थापना की थी।

फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल एक नया एआई सर्विस स्टार्टअप लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। स्टार्टअप वर्तमान में स्टील्थ मोड में है और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड और इंफोसिस लिमिटेड जैसे आउटसोर्सिंग प्रदाताओं के व्यापार मॉडल का अनुकरण करते हुए वित्तीय सेवाओं, डेटा विज्ञान और एनालिटिक्स के क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करने की योजना बना रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसका उद्देश्य उत्पादों और सेवाओं को रोल आउट करना और 2024 की दूसरी छमाही में मार्केटिंग शुरू करना है। स्टार्टअप का मुख्यालय सिंगापुर में होगा, इसके परिचालन का केंद्र बेंगलुरु होगा। बंसल ने इस उद्यम के लिए 15 विशेषज्ञों को नियुक्त किया है, जिनमें से ज्यादातर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वैज्ञानिक हैं। इनमें जल्द ही और लोग भी जोड़े जाएंगे।

बंसल 2018 में अपने पहले स्टार्टअप ई-कॉमर्स यूनिकॉर्न फ्लिपकार्ट को 16 अरब डॉलर में वॉलमार्ट को बेचने के बाद सिंगापुर चले गए थे। फ्लिपकार्ट से बाहर निकलने के बाद बंसल ने एसएएएस आधारित कंसल्टेंसी स्टार्टअप एक्सटू10एक्स टेक्नोलॉजीज की स्थापना की थी। उन्होंने 2019 और 2022 के बीच फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचना जारी रखा, जिससे उन्हें एक एंजेल निवेशक के रूप में नई कंपनियों में निवेश करने के साथ-साथ अपनी उद्यमशीलता की यात्रा को जारी रखने का मौका मिला।

उदाहरण के लिए, 2019 में, उन्होंने टाइगर ग्लोबल को दो सौदों में 90 मिलियन डॉलर की हिस्सेदारी बेची। 2019 में ही उन्होंने लक्समबर्ग की इकाई एफआईटी होल्डिंग्स एसएआरएल को 76 मिलियन डॉलर के शेयर बेचे, जो वॉलमार्ट के स्वामित्व और संचालन में थे। 2022 में, उन्होंने चीनी तकनीकी दिग्गज टेनसेंट को 264 मिलियन डॉलर (लगभग 2,060 करोड़ रुपये) की हिस्सेदारी बेची।

फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक भारतीय स्टार्टअप में एक शानदार निवेशक हैं, उन्होंने फोनपे, क्योरफूड्स, एको, एथर एनर्जी, युलु, रुपेक, अनएकेडमी, इनशॉर्ट्स और ट्रैक्सन जैसी कंपनियों में निवेश किया है।

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Sensex Closing Bell: उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर क्लोजिंग; सेंसेक्स 106 अंक चढ़ा, निफ्टी 20900 के पार

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Sensex Closing Bell: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को अच्छे वैश्विक संकेतों के बाद खरीदारी दिखी। दिन के कारोबार के दौरान प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स अपने रिकॉर्ड हाई पर पहुंचे। इस दौरान सेंसेक्स पहली बार 70,057 और निफ्टी ने 21,026 का ऑल टाइम हाई पर पहुंचा।

शेयर बाजार में हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को अच्छे वैश्विक संकेतों के बाद खरीदारी दिखी। दिन के कारोबार के दौरान प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स अपने रिकॉर्ड हाई पर पहुंचे। इस दौरान सेंसेक्स पहली बार 70,057 और निफ्टी ने 21,026 का ऑल टाइम हाई पर पहुंचा।

हालांकि ऊपरी स्तरों को छूने के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव दिखा। आखिरकार क्लोजिंग के दौरान सेंसेक्स 102.93 (0.14%) अंकों की बढ़त के साथ 69,928.53 के स्तर पर जबकि निफ्टी 27.70 (0.13%) अंक की बढ़त के साथ 20,997.10 के स्तर पर बंद हुआ।

बाजार में सबसे ज्यादा खरीदारी सरकारी बैंकिंग और मेटल सेक्टर के शेयरों में दिखी। इससे पहले शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 303 अंकों की मजबूती के साथ 69,825 के स्तर पर पर बंद हुआ था।

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Sensex Closing Bell: शेयर बाजार में फिर बिकवाली हावी; सेंसेक्स 238 अंक टूटा, निफ्टी 19100 के नीचे

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Sensex Closing Bell: बाजार में सबसे ज्यादा बिकवाली फार्मा और ऑयल एंड गैस सेक्टर के शेयरों में दिखी। वहीं रियल्टी सेक्टर में खरीदारी दिखी। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 329 अंक ऊपर 64,112 पर बंद हुआ था। मंगलवार को इसमें दिन के ऊपरी स्तरों से 580 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।

भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार दो दिन की हरियाली के बाद लाल निशान पर बंद हुआ। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन बाजार के प्रमुख इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। सेंसेक्स 237.72 (0.37%) अंकों की गिरावट के साथ 63,874.93 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 61.31 (0.32%) अंक फिसलकर 19,079.60 के लेवल पर बंद हुआ।

मंगलवार के कारोबारी सेशन के बाद सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

बाजार में सबसे ज्यादा बिकवाली फार्मा और ऑयल एंड गैस सेक्टर के शेयरों में दिखी। वहीं रियल्टी सेक्टर में खरीदारी दिखी। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 329 अंक ऊपर 64,112 पर बंद हुआ था। मंगलवार को इसमें दिन के ऊपरी स्तरों से 580 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।

निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर

मंगलवार के कारोबार के दौरान एफएमसीजी, रियल एस्टेट, मीडिया कमोडिटी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर के शेयरों में तेजी दिखी। दूसरी ओर बैंकिंग, आईटी, ऑटो, फार्मा, मेटल्स, एनर्जी, हेल्थकेयर और ऑयल एंड गैस सेक्टर के शेयर कमजोर होकर बंद हुए। मंगलवार को मिड कैप इंडेक्स तेजी के साथ बंद हुआ है जबकि स्मॉल कैप इंडेक्स में लाल निशान पर क्लोजिंग हुई। सेंसेक्स के 30 शेयरों 15 शेयर मजबूती के साथ तो 15 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर निफ्टी के 26 शेयर मजबूती के साथ जबकि 24 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ा, एटीएफ पर घटा

एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार, भारत सरकार ने 1 नवंबर से पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स 9,050 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 9,800 रुपये प्रति टन कर दिया है। अधिसूचना में कहा गया है कि विमान ईंधन (ATF) पर अप्रत्याशित लाभ कर को एक रुपये प्रति लीटर से घटाकर शून्य कर दिया गया है। सरकार ने डीजल पर विंडफॉल टैक्स को भी 4 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 2 रुपये प्रति लीटर कर दिया है।

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