बरेली में परसाखेड़ा आवासीय योजना के तहत नोएडा की तर्ज पर कॉलोनी विकसित की जाएगी। सात गांवों की 561 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। इसके लिए किसानों को उनकी फसलों का मुआवजा मिलेगा। साथ ही प्लॉट भी आवंटित किए जाएंगे।
बरेली के सीबीगंज में परसाखेड़ा आवासीय योजना को विकसित करने के लिए आवास विकास परिषद ने कदम आगे बढ़ाए हैं। पांच हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से फसल का मुआवजा देने की तैयारी है। साथ ही किसानों को प्लॉट भी आवंटित होंगे।
आवास विकास परिषद की परसाखेड़ा आवासीय योजना की प्रक्रिया एक वर्ष बाद तेज हुई है। जिन किसानों व परिषद के बीच अनुबंध हो गए हैं, उन्हें प्लॉट मिलने तक पांच हजार रुपये प्रति एकड़ प्रति माह की दर से मुआवजा मिलता रहेगा। इसकी पहली किस्त दीपावली तक किसानों के खाते में भेजी जाएगी। प्रस्तावित कॉलोनी नोएडा की तर्ज पर बसाई जानी है।
नए साल के प्रथम सप्ताह में प्लॉट आवंटित कर दिए जाएंगे। सात गांवों की 561 हेक्टेयर जमीन पर विकसित होने वाली आवासीय कॉलोनी का नक्शा लगभग तैयार है। जिन किसानों की जमीनों का अंश निर्धारण नहीं हो सका या फिर प्रपत्र अधूरे रह गए हैं, उन्हें भी पूरा कराया जा रहा है।
लैंड पूलिंग स्कीम के तहत विकसित होगी कॉलोनी यह आवासीय योजना ट्यूलिया, धंतिया, हमीरपुर, वोहित, फरीदापुर रामचरण, बल्लिया, मिलक इमामगंज में विकसित होनी है।
आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार वर्मा ने बताया कि अब तक 226 किसानों ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इनकी जमीन की हिस्साकशी कराई जा रही है। अधूरे प्रपत्रों को पूरा कराया जा रहा है। पांच हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों के खाते में दिवाली से पहले रुपये भेजना शुरू कर देंगे। आवास एवं विकास परिषद के प्रदेश मुख्यालय पर वास्तुविद नक्शा तैयार कर रहे हैं।