दिग्गज समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) और मशहूर चिकित्सक दिलीप महलानाबिस (Dilip Mahalnabis) को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया. लेखक एवं परोपकार के कार्य से जुड़ीं सुधा मूर्ति, भौतिक विज्ञानी दीपक धर, उपन्यासकार एस.एल. भैरप्पा, प्रख्यात पार्श्व गायिका वाणी जयराम और वैदिक विद्वान त्रिदंडी चिन्ना जे. स्वामीजी को भी यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. दीपक धर सांख्यिकीय भौतिकी में अपने लंबे शोध करियर के लिए जाने जाते हैं.
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में सुधा मूर्ति की बेटी एवं ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता अगली कतार में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठी नजर आईं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत सम्मान दिया गया. वह भारत के रक्षा मंत्री और लंबे समय तक सांसद भी रहे थे.
वहीं, 1971 के बांग्लादेश युद्ध शरणार्थी शिविरों में सेवा करने के लिए अमेरिका से लौटे महलानाबिस को भी मरणोपरांत सम्मान दिया गया. उन्हें ‘ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन’ (ओआरएस) पर किए गए कार्य के लिए वैश्विक स्तर पर पहचान मिली थी.
अखिलेश यादव ने प्राप्त किया पिता का पुरस्कार यादव के बेटे एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि महलानाबिस का पुरस्कार उनके भतीजे और जयराम का पुरस्कार उनकी बहन उमा मणि ने प्राप्त किया.
फिल्म ‘आरआरआर’ के गीत ‘नाटू नाटू’ के लिए भारत का पहला ऑस्कर जीतने वाले संगीत निर्देशक एम.एम. कीरावानी और बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन को पद्मश्री दिया गया.