एसटीएफ की जांच में यह सामने आया कि आगरा की दो दवा फर्मों, ”हे मां मेडिको” और एक अन्य के पास से पकड़ी गई नकली दवाओं की खेप लखनऊ की दो कंपनियों को भेजी जानी थी। जांच के दौरान पता चला कि इन नकली दवाओं की सप्लाई आगरा से होते हुए अलीगढ़ तक हो रही थी।
लखनऊ में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) द्वारा नकली दवाओं के बड़े रैकेट का खुलासा होने के बाद अब जांच में साफ हुआ कि अलीगढ़ तक इन दवाओं की आपूर्ति थी। इसके बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग सतर्क हो गया है। संबंधित दवा के बैच नंबर की जांच करते हुए दो नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
एसटीएफ की जांच में यह सामने आया कि आगरा की दो दवा फर्मों, ”हे मां मेडिको” और एक अन्य के पास से पकड़ी गई नकली दवाओं की खेप लखनऊ की दो कंपनियों को भेजी जानी थी। जांच के दौरान पता चला कि इन नकली दवाओं की सप्लाई आगरा से होते हुए अलीगढ़ तक हो रही थी। इसके बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग हरकत में आया और उन सभी बैच नंबर की दवाओं की तलाश में जुट गया है, जिनकी सप्लाई इस रैकेट द्वारा की जा रही थी।
औषधि निरीक्षक दीपक लोधी ने प्रमुख दवा बाजार फफाला में जांच अभियान चलाया। औषधि निरीक्षक ने एलेग्रा 120 एमजी दवा की उस बैच नंबर की जांच की और मौके पर खरीदे-बेचे गए बिलों की भी पड़ताल की। संदेह होने पर उन्होंने दो दवाओं के नमूने एकत्र किए और उन्हें जन विश्लेषक प्रयोगशाला में भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। औषधि निरीक्षक दीपक लोधी ने बताया कि किसी भी नकली दवा विक्रेता को बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।