नई दिल्ली: अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) भारत के 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के लिए इंजन बनाने की दौड़ में शामिल होना चाहती है। जीई के चेयरमैन और सीईओ CEO) लैरी कल्प ने ET को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत, जीई के लिए नागरिक और रक्षा दोनों तरह के एयरोस्पेस कारोबार के लिए बहुत महत्वपूर्ण बाजार है। लैरी कल्प ने कहा, ‘हम इसमें बहुत रुचि रखते हैं।’ इसके लिए उन्होंने स्वदेशी तेजस विमान के लिए 404 इंजन बनाने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच बहुत मजबूत संबंध हैं। इसलिए जीई यहां है और हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।
जीई कंपनी भारत में निवेश बढ़ाने में देख रही अच्छा मौका
जीई भारत में नागरिक विमानों के इंजन के लिए एक मरम्मत और रखरखाव (MRO) सुविधा भी स्थापित करना चाहता है। कल्प ने कहा कि यह सवाल ‘कब’ का है, ‘अगर’ का नहीं। वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बाजार में इतना काम हो कि उस सुविधा में निवेश करना फायदेमंद हो। जीई के भारत में 1,400 से ज्यादा इंजन चल रहे हैं। ये इंजन छोटे और बड़े दोनों तरह के विमानों में लगे हैं। जीई को लगभग 2,500 और इंजनों का ऑर्डर मिला हुआ है। कल्प ने कहा कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत जीई के लिए एक महत्वपूर्ण देश है।