IND vs PAK Military Budgets Comparison: स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) सैन्य व्यय डेटाबेस से प्राप्त डेटा के जरिये हम आपको साल 2000 से लेकर 2024 तक भारत और पाकिस्तान के सैन्य बजट की तुलना बता रहे हैं। हम आपको इस खबर में भारत और पाकिस्तान के सैन्य बजट में भारी अंतर के बारे में बताएंगे। सैन्य बजट के मामले में पाकिस्तान भारत के आसपास भी नहीं है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान ने जिस नापाक हरकत को अंजाम दिया था उसका भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी और यह भी कहा कि किसी सैन्य ठिकानों या फिर आम लोगों को निशाना नहीं बनाया गया। आतंक पर भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश भी की, लेकिन पूरी तरह फुस्स साबित हुए। भारतीय रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में जो निवेश किए हैं, उसका असर अब दिखने लगा है। इसके उलट पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली फिसड्डी साबित हुई और उन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ा है। हम आपको इस खबर में भारत और पाकिस्तान के सैन्य बजट में भारी अंतर के बारे में बताएंगे। पाकिस्तान भारत के आसपास भी नहीं है।
भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया
पूरी सावधानी बरतते हुए भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया। हालांकि, इसके बाद भी पाकिस्तानी नहीं सुधरे और आतंकियों को आम जनता बताते हुए पाकिस्तानी सेना ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए। पिछले तीन दिन से लगातार पाकिस्तान की ओर से ड्रोन्स और मिसाइल से हमले किए जा रहे हैं और भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत ने जहां आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया तो वहीं पाकिस्तान भारत के आम नागरिकों और शहरों को निशाना बना रहा है। पाकिस्तान ने भारत के कई उत्तरी और पश्चिमी शहरों पर ड्रोन्स और मिसाइल्स से हमले किए, लेकिन भारत की सुरक्षा प्रणाली ने सभी को ध्वस्त कर दिया।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ही भारत से डरे
1947 में आजादी के बाद से भारत और पाकिस्तान ने तीन युद्ध लड़े हैं। इनमें से दो कश्मीर को लेकर हुए। इतना ही नहीं, पाकिस्तान लगातार सीमापार से युद्धवीरामों का उल्लंघन करता रहता है। हालांकि, अब जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, तो पाकिस्तान ड्रोन्स से हमला कर भारत में आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है। भारत ने जब नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अपने देश की संसद को बताया कि ‘हमारे ठिकानों को निशाना बनाने के लिए भारत की ओर से ड्रोन हमला किया गया। यह एक तकनीकी बात है जिसे मैं समझा नहीं सकता। हमने ड्रोन को नहीं रोका, ताकि हमारी हवाई रक्षा इकाइयों का स्थान लीक न हो।’
पाकिस्तानियों ने अपनी क्षमताओं पर उठाए सवाल
ख्वाजा आसिफ का यह बयान इसलिए हास्यासपद रहा क्योंकि भारत की जवाबी कार्रवाई को पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली रोक नहीं सकी। भारत ने अपनी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई रडार और रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किए। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए जिन तुर्किये ड्रोन्स का इस्तेमाल किया, उसे भारत की रक्षा प्रणाली ने हवा में ही मार गिराया। इस तरह के कमजोर प्रहार के बाद पाकिस्तानी रणनीतिकार अपने देश की रक्षा क्षमताओं पर सवाल उठा रहे हैं।
भारत के रक्षा बजट के आसपास भी नहीं पाकिस्तान
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2.12 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये (64,082 करोड़ भारतीय रुपये) के रक्षा बजट के बावजूद पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली पूरी तरह ध्वस्त हो गई। यह रक्षा बजट उनके जीडीपी (GDP) का 1.7 प्रतिशत है। वहीं, भारत में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रक्षा क्षेत्र के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए, जिसमें सेना के आधुनिकीकरण के लिए 1.8 लाख करोड़ रुपए शामिल हैं। भारत का रक्षा बजट 2024-25 के लिए भारत की अनुमानित जीडीपी का 1.9 प्रतिशत है।
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में खूब निवेश किया
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) सैन्य व्यय डेटाबेस से प्राप्त डेटा के जरिये हम आपको साल 1999 के करगिल युद्ध के बाद से यानी साल 2000 से लेकर 2024 तक दोनों देशों के बीच सैन्य बजट की तुलना बता रहे हैं। साल 2000 में जहां सैन्य बजट में भारत पाकिस्तान से 4.8 गुना आगे थे। वहीं, 2023 में यह अंतर 9.5 गुना का हो चुका था। 2024 में यह अंतर 8.5 गुना का रहा। 2024 में भारत का रक्षा बजट 86 बिलियन डॉलर यानि 7.34 लाख करोड़ था, जो पाकिस्तान के 10 बिलियन डॉलर यानि 85 हजार करोड़ से लगभग आठ गुना ज्यादा था।
Sabhar_ AmarUjala