भूकंप ने 4 देशों को हिलाकर रख दिया। नेपाल में भी भूकंप ने करीब दो बार दस्तक दी। बिहार में भी लोग भूकंप से कांप गए।
पृथ्वी की प्लेटों के टकराने, ज्वालामुखी विस्फोट, या मानव गतिविधियों की वजह से भूकंप आता है.
कारण
- पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत क्रस्ट में मौजूद दरारें अचानक टूटने पर भूकंप आता है.
- पृथ्वी के नीचे मौजूद टेक्टोनिक प्लेटें धीरे-धीरे घूमती रहती हैं. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो भूकंप आता है.
- ज्वालामुखी के फटने पर भूगर्भ से तप्त मैग्मा, जल गैसें आदि ऊपर निकलने के लिए शैलों पर तेज़ी से धक्के लगाते हैं और दबाव डालते हैं जिससे भूकंप आता है.
भूकंप के बारे में ज़्यादा जानकारी
- भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जहां धरती के अंदर चट्टानें टूटती या टकराती हैं. इसे फ़ोकस या हाइपोसेंटर कहा जाता है.
- भूकंप की ऊर्जा इस केंद्र से तरंगों के रूप में फैलती है.
- भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए विक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है.
- भूकंप आने से पहले धरती पर ठहरा हुआ पानी जैसे तालाब, नहरें, झील में एक अजीब सी दुर्गंध उठती है और ये गर्म हो जाता है.