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हेल्थ

ओरल हाइजीन क्या है? ओरल हाइजीन मुंह की गंदगी और बीमारी से बचाव, इसमें मुख्य रूप से ब्रश करना, जीभ साफ करना, और फ्लॉसिंग शामिल है- डॉ ऋचा

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ओरल हाइजीन क्या है? ओरल हाइजीन मुंह की गंदगी और बीमारी से बचाव के लिए किए जाने वाले सफाई से संबंधित होता है। इसमें मुख्य रूप से ब्रश करना, जीभ साफ करना, और फ्लॉसिंग शामिल है

Oral Hygiene Tips: मुंह की सफाई के लिए केवल दांतों को रोज ब्रश करना काफी नहीं होता है। इसलिए कई लोगों को रोजाना ब्रश करने के बाद भी दांतों में सड़न, पीलेपन की शिकायत रहती है।

डॉ ऋचा के अनुसार खाने, बोलने, मुस्कुराने और भावनाओं को व्यक्त करने की जरूरत हमारे ओरल हाइजीन से प्रभावित होती है। आज के समय में लाखों लोग ओरल डिसऑर्डर से पीड़ित हैं। इसमें दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी से लेकर मुंह के कैंसर जैसी समस्याएं शामिल हैं। ओरल हाइजीन में गड़बड़ी (Poor Oral Hygiene) का सबसे आम कारण खाने पीने की खराब आदत है, जो दांतों को तेजी से डैमेज करने काम करते हैं।

Oracura के फाउंडर सागर अवताडे के अनुसार, दांतों की सड़न से बचाव के लिए ब्रश की जगह पावर ब्रशिंग और वॉटर फ्लोसिंग ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। वह बताते हैं कि सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक 20 और उससे अधिक आयु के 90% से अधिक व्यक्तियों में कम से कम एक और 12 से 19 वर्ष की आयु के 57% किशोरों में एक या अधिक दांतों में कैविटी होती है। इसका कारण ओरल हेल्थ को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही और नॉलेज की कमी हो सकती है।

​ओरल हेल्थ में खराबी का कारण

डॉ ऋचा के अनुसार शुगर और तंबाकू का अत्यधिक सेवन, फ्लोराइड के अपर्याप्त संपर्क से दर्द और कभी-कभी दांतों के टूटने और इंफेक्शन का खतरा होता है। इसके साथ ही मुंह की अच्छी सफाई के अभाव में दांतों में कैविटी होने की शिकायत भी हो सकती है।

​खराब ओरल हाइजीन के साइड इफेक्ट्स

डॉ ऋचा बताती है मुंह की सड़न क्रोनिक और गंभीर बीमारी के जोखिम को कई गुना तक बढ़ाने का काम कर सकती है। इसमें डायबिटीज से लेकर एचआईवी, डिमेंशिया, अल्जाइमर, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, ब्रर्थ कॉम्प्लिकेशन, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां शामिल है।

ब्रश के साथ कभी-कभी पावर ब्रशिंग करना फायदेमंद होता है। पावर ब्रशिंग इलेक्ट्रिक टूथब्रश होता है, जो वाइब्रेशन के साथ दांतों पर गोल-गोल घूमते हुए सफाई करता है। हालांकि ज्यादा बार पावर ब्रशिंग करना दांतों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए हफ्ते में 1-2 बार ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।

वॉटर फ्लोसिंग से करें दांतो के कोने-कोने की सफाई

वॉटर फ्लॉसिंग से मसूड़े और टूथ लाइन के साथ-साथ दांतों के बीच फंसे भोजन के कण आसानी से हट जाते हैं। वॉटर फ्लॉसर मूल रूप से एक वाटर जेट होता है।

एक्सपर्ट बताते हैं कि ये जेट दांतों के बीच के उन जगहों से गंदगी को साफ करता है, जहां ब्रश नहीं पहुंच पाता है। यह मसूड़ों और दांतों के बीच के प्लाक को भी साफ करता है। इसके साथ ही इम्प्लांट्स, क्राउन और ब्रेसेस की सफाई में भी मदद करता है।

डॉ. ऋचा से जानें कैसे चुनें सही टूथब्रश

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

ओरल हाइजीन क्या है?

ओरल हाइजीन मुंह की गंदगी और बीमारी से बचाव के लिए किए जाने वाले सफाई से संबंधित होता है। इसमें मुख्य रूप से ब्रश करना, जीभ साफ करना, और फ्लॉसिंग शामिल है।

ओरल हाइजीन को बेहतर करने के लिए क्या करना चाहिए?

अच्छी ओरल हाइजीन के लिए नियमित ब्रश करना, जीभ साफ करना, और फ्लॉसिंग के साथ डेंटल चेकअप जरूरी है।

क्यों जरूरी है ओरल हाइजीन?

ओरल हाइजीन आपके डेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है। इसकी मदद से दांतों में सड़न और इससे होने वाली बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।

खराब ओरल हाइजीन से क्या होता है?

खराब ओरल हाइजीन न केवल दांतों और मसूड़ों में सड़न का कारण बनता है, बल्कि यह हार्ट डिजीज, कैंसर और डायबिटीज से भी संबंधित होता है।

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