छात्र संगठन की ओर से आज गोरखपुर विश्वविद्यालय गेट के सामने विश्वविद्यालय के छात्रों ने विश्वविद्यालय में स्वच्छ पानी की अनुपलब्धता को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
दिशा छात्र संगठन के सदस्य विकास ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र की शुरुआत से ही तमाम अनियमितताओं के साथ-साथ छात्रों की बुनियादी जरूरतों की कमी की समस्या लगातार बनी हुई है। कहने को तो गोरखपुर विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में A++ ग्रेड मिला है और इसकी तुलना जेएनयू,जामिया और देश की अन्य बड़े स्तर के विश्वविद्यालयों से की जा रही है
लेकिन हालत यह है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में ना ही निरन्तर क्लासेस चल रही हैं और ना ही पर्याप्त प्रोफ़ेसर है। बहुत सारे पद खाली हैं फिर भी भर्तियां नहीं हो रही है। विश्वविद्यालय के तमाम कर्मचारियों के पद भी खाली हैं लेकिन उस पर भी कोई भर्ती नहीं हो रही है। विश्वविद्यालय के सेन्ट्रल लाइब्रेरी की हालत यह है कि ना ही लाइब्रेरी में पर्याप्त किताबें हैं और ना ही पर्याप्त बैठने की व्यवस्था।
विश्वविद्यालय में एक तो पर्याप्त शौचालय नहीं है और जो शौचालय हैं भी वहां पर भी साफ़-सफ़ाई और पानी का व्यवस्था नहीं रहती। कैम्पस के ग्राउण्ड में एक भी जगह पानी पीने की व्यवस्था नहीं है।
लेकिन इस समय जब भयानक गर्मी पङ रही है तब छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानी पीने के पानी की हो रही है। विभाग में वाटर कूलर की कोई व्यवस्था नहीं है। छात्र दिनभर पानी के इन्तजाम न होने की वजह से बहुत दिक्कत का सामना कर रहे हैं उसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन पानी का इन्तजाम नहीं कर रहा है।
विश्वविद्यालय प्रशासन अगर जल्द से जल्द पीने के पानी का इन्तजाम नहीं करता है तो विश्वविद्यालय के छात्र, विश्वविद्यालय प्रशासन के ख़िलाफ़ जुझारू आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।
विरोध-प्रदर्शन में माया, अदिती, शेषनाथ, योगेश, विकास, शुभम, सतीश,अभिषेक व सत्यप्रकाश आदि लोग शामिल हुए।