आज के दौर में जब कहानी कहने के तरीके बदल चुके हैं, तब भी कुछ लोग हैं जो इसकी आत्मा को जिंदा रखते हैं। ऐसे ही कहानीकार हैं शशि वर्मा, जिन्होंने अपने नए शो ‘भारत स्टार्टअप यात्रा’ के जरिए भारतीय नवाचार और उद्यमिता की असली तस्वीर दुनिया के सामने लाने का बीड़ा उठाया है।
शशि वर्मा कहते हैं कि मैंने अभिनय से सीखा कैसे महसूस किया जाता है, लेकिन निर्देशन ने सिखाया कि कैसे असली दुनिया को पर्दे पर ईमानदारी से उतारा जाए। ‘भारत स्टार्टअप यात्रा’ सीरीज उन्हीं सच्ची कहानियों की खोज है- जो गांवों की गलियों, छोटे कस्बों और अनदेखे इलाकों में पनप रही हैं, और जो आने वाले भारत की नींव रख रही हैं। ये वो इनोवेटर्स हैं, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद असीमित सोच के साथ समस्याओं का हल ढूंढा है।
इस शो का एक और खास पक्ष है कि यह शहर और गांव के बीच की दूरी को केवल दिखाता नहीं, मिटाने का प्रयास करता है। यह एक पुल बनाता है- जहां ग्रामीण हुनर और शहरी अवसर साथ आकर एक नए भारत की तस्वीर बनाते हैं। इस प्रेरणादायक यात्रा में साथ हैं अभिनेता सनी हिंदुजा, जो अपनी आवाज और अनुभव के माध्यम से इस सीरीज को एक अलग ही गहराई देते हैं। सनी का जीवन-संघर्ष और मेहनत खुद इस शो की भावना से जुड़ा हुआ है। वे कहते हैं, ‘जब जुनून आपका स्टार्टअप बन जाए, तो हार शब्द सिर्फ एक पड़ाव रह जाता है। यही संदेश है इस यात्रा का।’
शो में ऋचा अनिरुद्ध की भागीदारी भी इसे और सशक्त बनाती है। एक संवेदनशील पत्रकार और जानी मानी इंफ्लुएंसर के तौर पर उनकी उपस्थिति कहानियों को वह आत्मा देती है, जिसे दर्शक महसूस कर सकें, सिर्फ देख न लें। इस शो का निर्माण किया है October Sky प्रोडक्शन हाउस ने, जिनकी पहचान जमीनी कहानियों को ग्लोबल मंच तक पहुंचाने में है। इसे डिजिटल इंडिया की नब्ज कहे जाने वाले Waves OTT पर रिलीज किया जा रहा है, ताकि हर वो युवा, हर वो ड्रीमर जो भारत के किसी भी कोने में बैठा है, इसे देख सके और खुद को इसमें पा सके।
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने इस शो के लिए अपने समर्थन की घोषणा करते हुए कहा, ‘यह शो भारत के उस आत्मनिर्भर भविष्य की नींव रखता है, जो विचार और विजन से चलता है। Waves OTT पर इसकी उपस्थिति यह सुनिश्चित करती है कि हर प्रेरणादायक स्टोरी देश के हर डिजिटल नागरिक तक पहुंचे।’
शशि वर्मा इस वक्त फिल्मों की दिशा में भी काम कर रहे हैं, लेकिन उनके मुताबिक भारत स्टार्टअप यात्रा उनकी अब तक की सबसे आत्मीय और जिम्मेदार परियोजना है। ‘यह सिर्फ एक सीरीज नहीं, एक एहसास है। यहां न कोई स्क्रिप्ट है, न कोई कैरेक्टर—बस असली लोग हैं और उनकी असली जद्दोजहद’ वे मुस्कुराते हुए कहते हैं।