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अडाणी ग्रुप के नाम एक और बड़ी उपलब्धि, विदेशों में इस बिजनेस के लिए जापानी कंपनी से मिलाया हाथ

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इसमें दोनों की 50-50 प्रतिशत साझेदारी होगी। संयुक्त उद्यम जापान, ताइवान और हवाई में उत्पादों के विपणन पर ध्यान केंद्रित करेगा।

अडाणी ग्रुप के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। दरअसल, अडाणी समूह ने जापान, ताइवान और हवाई के बाजारों में हरित हाइड्रोजन की बिक्री के लिए जापानी समूह कोवा समूह के साथ संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) की गुरुवार को घोषणा की। संयुक्त उद्यम में अडाणी और कोवा की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। उद्योगपति गौतम अडाणी नीत समूह भारत में पूरी तरह से एकीकृत हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए अगले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर तक का निवेश करेगा। इसमें शुरुआती चरण में 10 लाख टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन शामिल है जिसे बाद में बढ़ाकर 30 लाख टन किया जाएगा।

दोनों की 50-50 प्रतिशत साझेदारी होगी

समूह की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘ अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी, अडाणी ग्लोबल पीटीई लिमिटेड (सिंगापुर) ने हरित अमोनिया, हरित हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव की बिक्री तथा विपणन के लिए कोवा होल्डिंग्स एशिया पीटीई लिमिटेड (सिंगापुर) के साथ संयुक्त उद्यम (जेवी) की घोषणा की है। इसमें दोनों की 50-50 प्रतिशत साझेदारी होगी। संयुक्त उद्यम जापान, ताइवान और हवाई में उत्पादों के विपणन पर ध्यान केंद्रित करेगा।’’ अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल), अदाणी समूह की हरित हाइड्रोजन प्लेटफॉर्म वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी हरित हाइड्रोजन और उससे जुड़े डेरिवेटिव का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए एंड-टू-एंड समाधान विकसित कर रहा है। अदानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) की 1 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) हरित हाइड्रोजन की पहली परियोजना गुजरात में चालू कर रही है। शुरुआती चरण में वित्त वर्ष 2027 तक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। बाजार की स्थितियों के आधार पर, एएनआईएल का लक्ष्य अगले 10 वर्षों में लगभग 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ हरित हाइड्रोजन की क्षमता को 3 एमएमटीपीए तक बढ़ाना है।

पवन चक्की जेनरेटर को मिला अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन 

अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा कि उसकी अनुषंगी अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड को प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन मिल गया है और अब वह 5.2 मेगावाट शृंखला वाली पवन चक्की जेनरेटरों की वैश्विक आपूर्ति के लिए उत्पादन शुरू कर पाएगी। अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज अभी तक घरेलू पवन ऊर्जा कंपनियों के लिए 5.2 मेगावाट के पवन चक्की जेनरेटरों का उत्पादन एवं आपूर्ति कर रही थी। अडाणी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि अडाणी विंड के बनाए देश के सबसे बड़े पवन चक्की जेनरेटरों को विंडगॉर्ड जीएमबीएच से प्रमाणपत्र मिल गया है। यह प्रमाणपत्र मिलने से अडाणी विंड वैश्विक बाजारों के लिए इस शृंखला के जेनरेटरों का उत्पादन शुरू कर पाएगी। अडाणी विंड, अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पवन ऊर्जा समाधान इकाई है। अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज के निदेशक विनीत जैन ने कहा कि यह प्रमाणन कंपनी की 5.2 मेगावाट शृंखला के पवन चक्की जेनरेटरों की गुणवत्ता एवं मजबूती को स्थापित करता है। 

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