उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में रील बनाने के चक्कर में किसी ने 48 घंटे में ही नौकरी गंवा दी तो कोई हवालात पहुंच गया। सोशल मीडिया पर सिपाही प्रियंका मिश्रा ही नहीं, चर्चा में रहे स्टंट करने और हथियारों संग वीडियो बनाने वाले।
सोशल मीडिया पर रील बनाने की खुमारी युवाओं के सिर चढ़कर बोल रही है। इसके चक्कर में पुलिसकर्मियों की नौकरी ही नहीं गई, बल्कि कई लोगों को हवालात की हवा तक खानी पड़ चुकी है। हाथ में तमंचे, कार से स्टंट करने के साथ लोगों को धमकी देने की रील में मुकदमे दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है।
महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा की रील दो साल पहले वायरल हुई थी। वह हाथ में रिवाल्वर लिए हुए थीं। वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें लाइन हाजिर किया गया। सोशल मीडिया पर ट्रोल होने पर उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था। अब उन्होंने नौकरी के लिए दोबारा आवेदन किया है। उन्हें नौकरी मिल भी गई थी, लेकिन तथ्य छिपाने की वजह से नौकरी चली गई।
48 घंटे में ही नियुक्ति का आदेश वापस हो गया था। यह कोई पहला मामला नहीं है। पुलिस विभाग में पहले भी सिपाही की वीडियो वायरल हो चुकी हैं। यहां तक की चौकी में प्रभारी की कुर्सी तक पर रील बनाई जा चुकी है। वहीं, दबंगई दिखाने के लिए युवा भी रील बना रहे हैं तो कभी कार से स्टंट करने पर कार्रवाई हो चुकी है।
केस-1, जून में कारोबारी के बेटे की जन्मदिन पार्टी में दोस्तों ने कारों से स्टंट किया था। छह कारों का काफिला बनाकर हूटर और म्यूजिक बजाते निकले थे। कोई खिड़की से निकल रहा था तो कोई छत पर बैठा था। सिकंदरा पुलिस ने कारें सीज कर पांच को गिरफ्तार किया था।
केस-2, दिसंबर 2022 में युवकों का वीडियो वायरल हुआ था। वह गालियां देते हुए तमंचे दिखाकर धमकी दे रहे थे। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लिया था। जगदीशपुरा थाना पुलिस ने युवकों की पहचान के बाद गिरफ्तार किया था। तमंचे और कारतूस बरामद कर जेल भेजा था।
केस-3, फरवरी में थाना किरावली में वर्दी में बनाई महिला सिपाही की रील वायरल हो गई थी। मामला अधिकारियों के पास पहुंचा था। इसके बाद सिपाही को लाइन हाजिर किया गया था। सिपाही अपने कार्यालय से बाहर की तरफ निकलती नजर आ रही थी। इंस्टाग्राम पर वीडियो को लाइक भी मिल रहे थे।
केस-4, अगस्त में थाना एत्माद्दौला की फाउंड्री नगर चौकी में मामला आया था। एक युवक ने चौकी प्रभारी की कुर्सी पर बैठकर रील बनाई थी। मामले की जानकारी पर मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
पुलिस कर्मियों के लिए निर्देश डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के लिए सोशल मीडिया पाॅलिसी जारी कर रखी है। इसमें निर्देश थे कि कोई भी पुलिसकर्मी वर्दी में वीडियो और रील बनाकर शेयर नहीं करेगा। इसके अलावा वाद-विवाद या पुलिस की छवि को धूमिल करने वाली पोस्ट भी नहीं करेगा। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से दिशा-निर्देश दिए गए थे।
साइबर सेल सोशल मीडिया पर नजर रखती है। आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट की शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाती है। किसी तरह के हथियारों संग और वाहनों से स्टंट करने वालों पर भी पुलिस उचित कार्रवाई करती है।-सूरज राय, डीसीपी सिटी