सूत्रों ने बताया कि रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल प्रॉपर्टी में निवेश की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों को इसकी भनक लग गई। करुणेश दुबे और कमालुद्दीन ने मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। बताया जा रहा है कि करुणेश भी प्रॉपर्टी का काम करता था। इसके पहले वह एक फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट था।
रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल के अपहरण में मास्टरमाइंड आरोपी करुणेश दुबे और कमालुद्दीन थे। बताया जा रहा है कि करुणेश पहले एक फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट था। वहां पर गाड़ियों को जबरन उठवाता था। काम छोड़ने के बाद उसने कमालुद्दीन के साथ मिलकर डॉक्टर के पति के अपहरण की साजिश रच दी। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
पुलिस ने मामले में सिकरीगंज क्षेत्र के ढेबरा बुजुर्ग निवासी श्याम सुंदर उर्फ गुड्डू यादव, बलुआ उर्फ बकुसड़क निवासी जर्नादन गौड़ और बेलघाट के चौतरा पट्टी निवासी करुणेश कुमार दुबे को गिरफ्तार किया है। सिकरीगंज के जद्दू पट्टी निवासी कमालुद्दीन उर्फ कमालू, ढेबरा निवासी प्रीतम कुमार, गीडा थाना क्षेत्र के कोलिया दक्षिण निवासी शेरू सिंह और अंश की पुलिस तलाश कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल प्रॉपर्टी में निवेश की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों को इसकी भनक लग गई। करुणेश दुबे और कमालुद्दीन ने मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। बताया जा रहा है कि करुणेश भी प्रॉपर्टी का काम करता था।
इसके पहले वह एक फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट था। उस दौरान वह लोगों के घर से गाड़ियां उठवा लेता था। कई बार नोकझोंक भी हुई। एक दूसरे मामले में उस पर बेलघाट थाने में हत्या की कोशिश समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज है।
दो महीने से हर गतिविधि पर थी नजर आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले रेकी की थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि करुणेश और कमालुद्दीन ने ही पूरी साजिश रची थी। दो महीने से वे डॉक्टर सुषमा जायसवाल के पति अशोक जायसवाल की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे।
यह है मामला शुक्रवार सुबह करीब 5:30 बजे पादरी बाजार निवासी रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल जॉगिंग और स्विमिंग के लिए साइकिल से रेलवे स्टेडियम जा रहे थे। कौवाबाग अंडरपास के पास कार सवार बदमाश उनका अपहरण कर ले गए। करीब चार घंटे बाद पत्नी डॉ. सुषमा जायसवाल के फोन पर व्हाट्सएप कॉल आई।
बदमाशों ने अशोक जायसवाल से बात कराई। इसके बाद फिरौती के रूप में एक करोड़ रुपये की मांग की। पत्नी की सूचना के बाद शाहपुर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने ऑपरेशन अशोक के लिए छह टीमें गठित कीं। 12 घंटे के अंदर उन्हें खोज निकाला और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।