प्रधानमंत्री के एक्स अकाउंट पर लिखी पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लिखा कि काशी की इस समृद्ध परंपरा में सनातन चेतना की जीवंत अभिव्यक्ति होती है। दशकों से काशी की भरत मिलाप लीला रामराज्य के मूल्यों और आदर्शों को व्यापकता प्रदान कर रही है।
चित्रकूट रामलीला समिति का भरत मिलाप देखने के लिए पूरा मैदान श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था। मानस की चौपाइयों के पाठ के बीच यदुवंशियों ने जैसे ही पुष्पक विमान को जमीन पर रखा, राम और लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की ओर दौड़ पड़े। चारों भाइयों के मिलन का यह पल हर कोई दम साधे देख रहा था। वहीं, पश्चिम में भगवान भास्कर भी अपनी सुनहरी किरणों के साथ कुछ पल के लिए थम से गए। राम ने चरणों में गिरे हुए भरत को हृदय से लगाया तो दोनों की अश्रुधाराएं बह निकलीं।
चारों भाइयों का मनमोहक मिलाप देखकर नाटी इमली भरत मिलाप मैदान में खड़े लीला प्रेमियों की आंखें भी मानों नम हो गईं। काशी राज परिवार के अनंत नारायण सिंह ने भगवान के स्वरूपों को प्रणाम किया और पं. अभिनव उपाध्याय को सोने की गिन्नी प्रदान की। संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र ने विमान की आरती उतारी। इस दौरान सुबोध अग्रवाल, मोहन कृष्ण अग्रवाल, सत्येंद्र कुमार राय, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे।
हो रही है गर्व की अनुभूति : पीएम
देश के प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेंद्र मोदी ने भी अपने एक्स अकाउंट पर विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने एक्स पर इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि काशी में लक्खा मेला के तहत होने वाला भरत मिलाप भारत की सनातन संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। पिछली करीब पांच सदियों से चली आ रही इस प्रस्तुति ने एक बार फिर प्रभु श्रीराम के भक्तों को भावविभोर कर दिया। काशी के सांसद होने के नाते मुझे इस परंपरा को लेकर विशेष गर्व की अनुभूति हो रही है।
सीएम ने किया पोस्ट, काशी का दृश्य भाव विभाेर करने वाला
प्रधानमंत्री के एक्स अकाउंट पर लिखी पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लिखा कि काशी की इस समृद्ध परंपरा में सनातन चेतना की जीवंत अभिव्यक्ति होती है। दशकों से काशी की भरत मिलाप लीला रामराज्य के मूल्यों और आदर्शों को व्यापकता प्रदान कर रही है। राममय हुई बाबा श्री विश्वनाथ जी की नगरी काशी का यह विहंगम दृश्य भाव-विभोर करने वाला है।