बुधवार सुबह बांदा डिपो की गोरखपुर आई बस में 31 बोरी खोआ कानपुर में लोड किया गया था। इसकी जानकारी होने पर रोडवेज के आरएम लव कुमार व अन्य अफसर इस बस की तलाश करते हुए पहुंचे। चालक-कंडक्टर ने इस बस को रोडवेज परिसर के बजाय डीएम कार्यालय के नजदीक सड़क पर खड़ा किया था।
कानपुर से मिलावटी खोआ आने का धंधा रुक नहीं रहा है। बुधवार सुबह बांदा डिपो की एक बस में रखे 31 बोरी खोआ को रोडवेज के अफसरों ने पकड़ा और खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित किया। मौके पर कोई इसका दावेदार नहीं आया। हालांकि, दोपहर बाद दो व्यापारी इसमें से 26 बोरी खोआ को अपना बताते हुए ले गए।
पांच बोरी खोआ विभाग में जब्त है। सभी का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। चर्चा है कि रक्षाबंधन में मिठाई की खपत को देखते हुए खोआ मंगाया जा रहा है। बीते साल दशहरा-दिवाली और इस साल होली से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया।
उस दौरान रोडवेज बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर भी बड़ी मात्रा में कानपुर का मिलावटी खोआ पकड़ा गया था। लगातार कार्रवाई हुई तो खोआ मंडी के व्यापारियों ने भी मिलावटी खोआ बेचने से हाथ खड़ा किया था। लेकिन कुछ महीने की शांति के बाद ही यह धंधा फिर पुराने ढर्रे पर लौट आया है।
बुधवार सुबह बांदा डिपो की गोरखपुर आई बस में 31 बोरी खोआ कानपुर में लोड किया गया था। इसकी जानकारी होने पर रोडवेज के आरएम लव कुमार व अन्य अफसर इस बस की तलाश करते हुए पहुंचे। चालक-कंडक्टर ने इस बस को रोडवेज परिसर के बजाय डीएम कार्यालय के नजदीक सड़क पर खड़ा किया था।
अफसर वहां पहुंचे और कंडक्टर-चालक से गड़ी में लदी बोरियों के बारे में पूछताछ की तो तब मामला खुला। इसकी सूचना मिलने पर सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. सुधीर कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और बोरियों को बस से उतरवाकर कब्जे में ले लिया।
दोपहर बाद खोआ मंडी के दो व्यापारी पहुंचे और इसे अपना बताते हुए 26 बोरी खोआ ले गए। पांच बोरी खोआ अभी भी खाद्य सुरक्षा विभाग के दफ्तर में रखा है।
कानपुर से बस में मिलावटी खोआ आने की सूचना मिलने पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम प्राइवेट बस स्टेशन पर तलाश में लगी थी। इसी दौरान खबर मिली कि रोडवेज की बस में बड़ी मात्रा में खोआ आया है। वहां पहुंचकर सारा माल जब्त किया गया। दोपहर में खोआ मंडी के दो व्यापारी इसे अपना बताते हुए पहुंचे।
नियमानुसार खोआ का सैंपल लेकर बाकी माल उन व्यापारियों को सुपुर्द कर दिया गया। अगर कोई मिलावटी मिलता है तो संबंधित के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा: डॉ. सुधीर कुमार सिंह, सहायक आयुक्त खाद्य