यदि भारत चाहता है कि उसका अगला मिस्टर इंडिया केवल देश को ही न लुभाए, बल्कि समूची दुनिया पर अपनी छाप छोड़े, तो हमें अपने क्रिएटर्स को महज विचारों से कुछ ज्यादा उपलब्ध कराना होगा। हमें उन्हें संसाधन, दिशा, मार्गदर्शन और मंच मुहैया कराना होगा। और यहीं सरकार की वेव्स पहल की भूमिका सामने आती है। वेव्स महज कोई आयोजन भर नहीं है, बल्कि समूचे मीडिया और मनोरंजन इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए छेड़ी गई मुहिम है।
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि भारत रचनात्मकता, बेपनाह जुनून और बेजोड़ हुनर की सरजमीं है। बरसों पहले, जब हमारे पास भारी-भरकम निवेश और आलीशान स्टूडियो नहीं हुआ करते थे, तो कड़ी मशक्कत और जुगाड़ ही हमारी नैया पार लगाते थे। इन्हीं की बदौलत ‘मिस्टर इंडिया’ जैसी शानदार फिल्में वजूद में आ सकीं।
मेरे दोस्त शेखर कपूर आपको उन छोटी-मोटी तरकीबों और चतुराई भरे विचारों की कहानियां सुना सकते हैं, जिन्होंने उस फिल्म की रचना की। यहां कमाल पैसों का नहीं, बल्कि दिल-दिमाग की कुशलता थी। लेकिन अब वक्त बदल चुका है, दर्शक बदल चुके हैं। आज, मनोरंजन की दुनिया सिनेमा हॉल या टेलीविजन स्क्रीन तक सीमित नहीं है। यह वर्चुअल दुनिया, एआई-पॉवर्ड अवतार, हाई-एंड विजुअल इफेक्ट्स और मंत्रमुग्ध कर देने अनुभवों तक व्याप्त हो चुकी है। यदि भारत चाहता है कि उसका अगला मिस्टर इंडिया केवल देश को ही न लुभाए, बल्कि समूची दुनिया पर अपनी छाप छोड़े, तो हमें अपने क्रिएटर्स को महज विचारों से कुछ ज्यादा उपलब्ध कराना होगा। हमें उन्हें संसाधन, दिशा, मार्गदर्शन और मंच मुहैया कराना होगा। और यहीं सरकार की वेव्स पहल की भूमिका सामने आती है। वेव्स महज कोई आयोजन भर नहीं है, बल्कि समूचे मीडिया और मनोरंजन इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए छेड़ी गई मुहिम है। अगर आप भी अपनी क्रिएटिविटी को दुनिया के सामने लाना चाहते हैं तो 21 मई से पहले अपना स्टार्टअप रजिस्टर कीजिए।
क्रिएटर और बड़े मंच के बीच सेतु बना वेव्स
बेहतरीन सिनेमा, गेम, वर्चुअल एक्सपीरियंस या संगीत की रचना करना अब सिर्फ बॉलीवुड अपने दम पर नहीं कर सकता है। इसके लिए मजबूत पोस्ट-प्रोडक्शन पाइपलाइन, विश्वस्तरीय वीएफएक्स स्टूडियो, बेजोड़ कारोबारी वातावरण, अत्याधुनिक एनिमेशन हाउस और सबसे बढ़कर निवेशकों और सलाहकारों के एक सहयोगपूर्ण इकोसिस्टम की जरूरत पड़ती है। वर्षों से हमारे देश में बेहतरीन क्रिएटर रहे हैं, लेकिन हमारे पास उन विचारों और बड़े मंच के बीच सेतु का अभाव रहा है। वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) उसी सेतु को बनाने के लिए आगे आया है। इस विशालतम मीडिया और मनोरंजन आयोजन के पीछे का भव्य विजन किसी और से नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित है। आयोजन को इस क्षेत्र के लगभग हर प्रमुख उद्योग संघ (फिक्की, आईडीजीएस, सीआईआई, आईसीए आदि) का समर्थन प्राप्त है। आयोजन की रूपरेखा और दिशा एक सलाहकार बोर्ड ने तैयार की है। इसमें फिल्म और मनोरंजन जगत के दिग्गज शामिल हैं। मुझे यह बताते हुए बेहद गर्व हो रहा है कि मैं उनमें से एक हूं।
रचनात्मकता, नवाचार और निवेश को एक साथ जोड़ता है वेवेक्स
वेव्स समिट के सबसे रोमांचकारी घटकों में से एक स्टार्टअप एक्सेलेरेटर वेवेक्स है। वेवेक्स रचनात्मकता, नवाचार और निवेश को एक मंच पर लाता है। यहां युवा क्रिएटरों व तकनीकी उद्यमियों न सिर्फ शीर्ष निवेशकों से फंडिंग मिलेगी, बल्कि उद्योग जगत के दिग्गजों से मार्गदर्शन और अनुभव भी मिलेगा। वेव्स समिट का आयोजन मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में 1 से 4 मई तक किया जाएगा । इसमें 2 और 3 मई को स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस दौरान वे उद्योग जगत की कुछ बेहद दिग्गज हस्तियों और निवेशकों के सामने अपने नवाचार प्रस्तुत करेंगे। इतना ही नहीं उनमें से सर्वश्रेष्ठ को प्रतिष्ठित सोनी शार्क टैंक इंडिया में सीधे प्रवेश पाने का मौका भी मिलेगा।
- इस मंच से उभरने वाले विचार बेहद रोमांचक होंगे। वर्चुअल रियलिटी सिमुलेशन में आप खुद डिजिटल रूप से मैदान-ए जंग में दाखिल हो सकते हैं और मोगैम्बो की मिसाइलों को रोक सकते हैं, चमकती रोशनी और रंगीन बटन वाले जादुई शैक्षिक गैजेट, एआई- ड्रिवन अवतार (जो मेरे अंदाज में बात कर सकते हैं), ड्रोन-शॉट वर्चुअल टूरिज्म अनुभव, हाई-एनर्जी म्यूजिक बैटल, ट्रूथ-वैरिफाइंग टूल्स, पायरेसी बस्टर, और भी बहुत कुछ अब दर्शकों का अनुभव का हिस्सा बनने वाला है। ये सभी कुछ और इससे भी अधिक वेव्स और वेवेक्स के तहत प्रदर्शित किया जा रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट-ओपनएआई और यूट्यूब व गूगल के विशेषज्ञों से सीधे जुड़ने का मौका
जो बात मुझे सबसे ज्यादा उत्साहित कर रही है, वह यह है कि इन स्टार्टअप्स को शांतनु नारायण, सत्य नडेला, अदार पूनावाला, किरण मजूमदार-शॉ जैसे ग्लोबल लीडर्स तथा ओपनएआई, यूट्यूब, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के विशेषज्ञों के साथ सीधे जुड़ने का मौका मिलेगा। बेहतरीन से सीखना ही बेहतरीन बनने का तरीका है। मुझे इस बात में रत्ती भर भी संदेह नहीं है कि वेव्स और वेवेक्स जैसी पहलों के साथ भारत के क्रिएटर न केवल दुनिया का मनोरंजन करेंगे, बल्कि वे इसे नए सिरे से परिभाषित भी करेंगे। अगर आप भी अपनी क्रिएटिविटी को दुनिया को सामने लाना चाहते हैं तो 21 मई से पहले wavex.wavesbazaar.com पर अपना स्टार्टअप रजिस्टर कीजिए। भविष्य आपकी बाट जोह रहा है। वन…टू का फोर!